बात चाहे शेयर बाज़ार में निवेश की हो या फिर पैसो के प्रबंधन की, बाज़ार में आपको काफी सारी अफ़वाए और मिथक सुनने को मिलेंगी | यह मिथक हम इतनी बार सून चुके है और आदि हो चुके है की मानो यह सब सच है|
इनमे से कुछ मिथक खतरनाक है और उन्हें समझना काफी अनिवार्य है ताकि अगली बार हम यह गलती न दोहराये-
चलिए पैसो और निवेश के १० मिथको को विस्तार से समझते है-
१. इस बार बाजार थोड़ा अलग है
यह एक बहुत ही आम बयान है जो लोग अक्सर बोलना शुरू करते है जैसे ही बाजार अपने ऊपरी स्तर से फिसलना शुरू कर देता है| शायद यही बयान काफी प्रचलित थी २००८ शेयर बाजार क्रैश के वक़्त, क्यों?
२. मै तब तक नहीं बेचूंगा जब तक अपनी पूंजी ना वसूल लू
अगर आप इस बात से सहमत है तो इससे यह पता चलता है की आपका अहंकार आपको नेतृतव कर रहा है| इससे बेहतर शांति बनाये रखे और उचित विश्लेषण के बाद ही किसी निर्णय पर पहुंचे|
३. इस बार यह एक टर्नअराउंड कहानी है, मै अपनी पूरी पूंजी निवेश करूँगा
जब भी आप टर्नअराउंड जैसी कोई शब्द सुने, कृपया सतर्क हो जाये क्योकि स्टॉकब्रोकर जैसे लोगो की यह प्रवृत्ति होती है की वे कुछ ऐसी मनगढंत कहानी बना कर अपने शेयर्स को आप पर थोप दे| इस कारणवश थोड़ा सतर्क रहे और कोई भी ऐसी निवेश करने से पहले भली भाति उसका विश्लेषण करे|
४. यह शेयर लगभग ९० प्रतिशत गिर चुकी है, तो यह और कितना गिर सकती है
यह एक बहुत बड़ी गलती है जो लगभग हर लोग करते है| मान लीजिये एक कंपनी जिसकी कीमत २०० रुपये थी कुछ महीनो पहले परन्तु आज इसकी कीमत केवल १० रुपये है|
आपने १०० शेयर्स ख़रीदे इस कंपनी के १० रुपये के भाव में| यह शेयर क्योकि अपने ऊपरी भाव से ९० प्रतिशत गिर चूकी है तो आपके हिसाब से अधिकतम जोखिम केवल १० रुपये ही है।
मान लीजिये महीने भर में शेयर गिरकर २ रुपये में आ गया तो उस परिस्थिति में आपकी ८० प्रतिशत पूंजी साफ़ हो चुकी है| इसलिए कंपनी के फंडामेंटल को समझना काफी जरुरी है न की शेयर कितनी गिर चुकी है।
बाज़ार को समझने के लिए उसके जीवन चक्र (लाइफ साइकिल) को समझना काफी आवशयक है ।
५. शेयर बाजार में पैसे बनाने के लिए अकल्मन्द होना काफी आवशयक है
ज्यादातर लोगो का यह मानना है की एक शेयर को समझने के लिए काफी विश्लेषण और गणना की जरुरत है। परन्तु यह देखा गया है की उच्च शिक्षित फंड प्रबंधक काफी बार बाज़ार जितना रिटर्न देने में शक्षम नई होते|
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वही दूसरी तरफ आम निवेशक अपनी कॉमन सेंस और सामान्य निगरानी से बाज़ार से बेहतर रिटर्न कमाने में सक्षम होते है।
६. कुछ लोग समझते है की वे काफी युवा है अभी निवेश के लिए
कुछ लोग निवेश नहीं करते क्योकि उन्हें लगता है की वह काफी युवा है अभी निवेश करने के लिए। परन्तु जब वो सोचते है निवेश का तब तक बहुत देर हो चुकी होती है
प्रसिद्ध निवेशक वारेन बुफेट ने ११ वर्ष के उम्र में पहली निवेश की थी और उन्हें लगता था की उन्होंने निवेश करने में काफी देर कर दी।
७. मुझे शेयर्स पसंद नहीं है…… मै बांड की सुरक्षा के साथ ही ठीक हूँ
ज्यादातर निवेशक जोखिम लेने से घबराते है और वे बांड्स की सुरक्षा के साथ ही खुश होते है। परन्तु यदि आप लम्बी अवधी में देखे तो आप नुकसान में ही रहेंगे।
चलिए इसे एक उदहारण से समझते है-
मान लीजिये बांड से आपको ८-९ प्रतिशत का रिटर्न मिलता है सालाना और दूसरी तरफ महंगाई १० प्रतिशत से बढ़ रही है। तो आप समझ ही सकते है की आपकी पूरी कमाई महंगाई खा रही है। यदि आपको महंगाई से पार पाना है तो काम से काम १० प्रतिशत कामना ही पड़ेगा। शेयर बाजार को एकदम शुरुवात से सिखने के लिए, यहाँ क्लिक करे ।
८. आईपीओ अर्थात तेजी से बनाया हुआ पैसा
कुछ लोगो को लगता है की वे आईपीओ में निवेश कर काफी तेजी से पैसे बन सकते है। परन्तु अनुसंधान यह कहता है की लगभग ९० प्रतिशत आईपीओ में लोगो ने अपने पैसे खोए है।
इसके अलावा उस कंपनी पर अनुसंधान करना काफी जरूरी है जिसकी कोई अतीत ऐतिहासिक डेटा नहीं है, इसलिए यह एक ख़राब आईडिया है। जरा एक बार डीएलएफ और रिलायंस पावर के आईपीओ के बारे में सोचे, आपको स्वयं ही उत्तर मिल जाएगा।
९. ९९ प्रतिशत लोग एनुअल रिपोर्ट नहीं पढ़ते, तो मै क्यों पढू
एनुअल रिपोर्ट पढ़ने से हमे विभिन्न कंपनी के बारीकी की जानकारी मिलती है की कौन सी कंपनी अच्छी है निवेश के हिसाब से। इसलिए अपना गृहकार्य भालि भाती करे यदि पैसे बनाने हो। इसलिए दुसरो पर निर्भर न हो और पूरी अनुसंधान कर सही फैसला ले।
१०. यह शेयर मल्टीबैगर है इसलिए पैसे उधार लेकर और ख़रीदा जाये
यह एक बहुत ही आम शब्द है जो शेयर ब्रोकर्स और बड़े बड़े फण्ड हाउसेस प्रयोक करते है ताकि वे लोग को अपनी शेयर्स ऊपर से ऊपर स्तर पर बेच सके। कृपया सतर्कता बरते जब भी आप ऐसा कुछ सुने और निवेश करने से पहले अच्छी तरह उसका अनुसंधान करे।
निष्कर्ष
खुद को जरा भी कम न समझे क्योंकि एक कामियाब निवेशक बनने के लिए थोड़ी सी समझदारी और अच्छी निरिक्षण की जरुरत है न की बहुत ज्यादा दिमाग की। ध्यान रखे की आप स्वयं ही सक्षम है अपने पैसे के प्रबंधन करने के लिए।
This article is written by Mr Ankit Jaiswal – Knowledge Associate – Elearnmarkets.com. A commerce graduate from St. Xavier’s college, Kolkata . He strongly believes in the following saying by Warren Buffett-“Look at market fluctuations as your friend rather than your enemy; profit from folly rather than participate in it”
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